----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
  • jk
  • y{; ,oa mís';
  • jk
  • jk
  • jkå lså ;kså ds vUrxZr lapkfyr xfrfof/k
  • jkå lså ;kså esa iath;u dSls djk;sa\
  • dk;ZØe vf/kdkfj;ksa dh lwph

पं० म० मोहन मालवीय जी
(संस्थापक)

राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रमों का स्वरूप


राष्ट्रीय सेवा योजना के अन्तर्गत दो प्रकार के कार्यक्रमोंsa का संचालन होता हैA

१- सामान्य कार्यक्रम ।

२- विशेष शिविर कार्यक्रम।


१- सामान्य कार्यक्रम
सामान्य कार्यक्रम के अन्तर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना में पंजीकृत प्रत्येक विद्यार्थी को स्वयं सेवक के रूप में एक वर्ष में कम से कम १२० घण्टे का समाज सेवा कार्य करना पड़ता है और दो वर्ष की अवधि में अर्थात् २४० घण्टे का समाज सेवा कार्य पूरा करने पर उसे विश्वविद्यालय/महाविद्यालय से प्रमाण पत्र दिया जाता है।
 
२- विशेष शिविर कार्यक्रम
राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रत्येक इकाई द्वारा वर्ष में एक दस दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन किया जाता है। शिविर विश्वविद्यालय महाविद्यालय के निकट किसी ग्राम में लगाया जाता है। विशेष शिविर में शिविर अनुभव भी अपना एक विशेष महत्व रखता है। इसमें भाग लेने वाले प्रतिभागी शिविर जीवन का आनन्द लेते हैं। एक अच्छे नागरिक के कर्त्तव्य अनुभव करते हैं एवं समाज के लिए वे क्या सेवा कर सकते हैं इसका ज्ञान प्राप्त करते हैं।

 

Copyright � 2012 BHU Varanasi.  Designed by - OHTC Infosystems